उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे जिनके माध्यम से ना सिर्फ लोगों की आवाजाही बल्कि समानो के आदान प्रदान को भी बल मिलता है Ι ये दर्रे न सिर्फ चीन के साथ बल्कि हिमाचल प्रदेश, नेपाल आधी के साथ आसान रास्तों के निर्माण करते है Ι
लिपुलेख दर्रा ( LIPULEKH PASS )
- उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे में से यह एक है जो की उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित है
- यह दर्रा उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है
- मानसरोवर की यात्रा हेतु तीर्थयात्री इसी दर्रे के उपयोग करते है
- लिपुलेख दर्रा भारत और चीन के बिच सीमा के काम भी करता है Ι
माना दर्रा ( MANA PASS )
- यह दर्रा 5611 मीटर की ऊंचाई पर स्थित उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे है जो की बद्रीनाथ मंदिर ( हिन्दुओ का पवित्र धार्मिक स्थल ) के पास स्थित है जो की महान हिमालय में स्थित है
- यह दर्रा उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है
- इस दर्रे को माना ला, चिरबितया ला या डूंगरी ला के नाम से भी जाना जाता है
- यह दर्रा उत्तराखंड की कुमाऊं श्रेणी में स्थित है
- परिवहन योग्य सड़क जो की दुनिया की सबसे ऊँची है इसी दर्रे में है
- देवताल झील भी इस दर्रे में स्थित है जहां से सरस्वती नदी जो की अलकनंदा की सहायक है यही से निकलती है
- नंदा देवी बायोस्फियर रिज़र्व भी माना दर्रे के पास स्थित है
- शीत ऋतू में यह दर्रा बर्फ से ढका रहता है Ι
निति पास ( NITI PASS )
- यह दर्रा 5068 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- निति पास उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है और यह भारत और चीन की सीमा भी निर्धारित करता है
- सर्दियों के मौसम में यह दर्रा बंद रहता है Ι
मुलिंग ला दर्रा ( MULING LA PASS )
- यह दर्रा भी उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है
- उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे में मूलिंग ला दर्रा एक महत्वपूर्ण दर्रा है जो गंगोत्री जो की उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है के उत्तर में स्थित है
- शीत ऋतू के मौसम में यह दर्रा बंद रहता है Ι
मंगसा धुरा दर्रा ( MANGSA DHURA PASS )
- यह दर्रा लगभग 5000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- यह दर्रा भी उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है
- इस दर्रे का प्रयोग तीर्थयात्रियो द्वारा मानसरोवर हेतु भी किया जाता है जो की लिपुलेख दर्रे के भी प्रयोग किया था जाता है Ι
कालिंदी पास ( KALINDI PASS )
- यह दर्रा एक उंचपर्वतीय दर्रा है
- कालिंदी पास हिमालय की गढ़वाल श्रृंखला में स्थित है
- उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे में से यह एक महत्वपूर्ण दर्रा है क्योकि इस दर्रे का पानी गंगोत्री ग्लेशियर जो की भारत और तिब्बत की सीमा पर स्थित है में मिलता है Ι
सिन ला पास ( SIN LA PASS )
- यह दर्रा शीत ऋतू में अधिकांश समय बंद रहता है
- यह दर्रा उत्तराखंड के ऊँचे पर्वतीय दर्रो में से एक है Ι
ट्रेल का पास ( TRAIL KA PASS )
- यह दर्रा मिलन ग्लेसियर को पिंडारी ग्लेसियर को जोड़ता है जो की ये दोनों ग्लेसियर ही कुमाऊं हिमालय में स्थित है
- यह दर्रा न सिर्फ एक जगह से दूसरी जगह जाने में एक रास्ते को प्रदान करता है बल्कि एक सैलानियों के लिए भी यह एक आकर्षण के केंद्र भी है
- यह दर्रा उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे में से एक है क्योकि यह नंदा देवी पर्वत श्रृंख्ला और नंदा कोट चोटियों के बीच स्थित है Ι
मयाली दर्रा ( MYALI PASS )
- यह दर्रा उत्तरकाशी जिले में स्थित है
- इस दर्रे को उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे में एक माना जाता है क्योकि यह दर्रा एक जगह से दूसरी जगह जाने में जितना महत्वपूर्ण है वैसे ही यह राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों को आपस में जोड़ने के काम भी करता है
- जैसे की यह भिलंगना घाटी जो की गढ़वाल हिमालय में स्थित है को केदारनाथ और मंदाकनी घाटी को आपस में जोड़ता है Ι
हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे ( IMPORTANT PASSES OF HIMACHAL PARDESH )
जम्मू एंड कश्मीर के प्रमुख दर्रे ( IMPORTANT PASSES OF JAMMU AND KASHMIR )