पूर्वी हिमालय के दर्रे जिसके अंतर्गत सिक्किम , अरुणाचल प्रदेश आदि राज्यों के प्रमुख दर्रे आते है जो न सिर्फ भारत की भूगौलिक बल्कि आर्थिक व सामरिक सुरक्षा में भी एक अहम् भूमिका निभाते है Ι ये दर्रे न सिर्फ भारत के पूर्वी राज्यों को एक दूसरे से बल्कि भारत के पडोसी देशों जैसे की चीन, म्यांमार, भूटान, और बांग्लादेश आदि को भी आपस में जोड़ते है Ι
नाथूला पास ( NATHULA PASS )
- यह दर्रा 4270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- यह दर्रा सिक्किम को तिब्बत से जोड़ता है
- पूर्वी हिमालय के दर्रे में नाथुला पास एक महत्वपूर्ण पास है क्योकि 1962 से पहले यह व्यापार की दृस्टि से चीन के साथ एक छोटा रास्ता प्रदान करता था
- वही 1962 के बाद चीन के हमले के बाद इसको बंद क्र दिया था जिसे दोबारा 2006 में फिर से व्यापार हेतु इस्तेमाल क लिए खोला गया
- यह दर्रा भारत और चीन के बीच प्राचीन समय से ही सीमा का निर्धारण करता है इसलिए इस दर्रे के माध्यम से सिल्क मार्ग जो की व्यापारियों हेतु महत्वपूर्ण था आसान बन जाता था Ι
जेलेपा ला दर्रा ( JELEPA LA PASS )
- यह दर्रा 4270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- यह दर्रा सिक्किम को तिब्बत की राजधानी ल्हासा को जोड़ता है और यह सिक्किम और भूटान की सीमा पर स्थित है
- जेलेपा ला दर्रा भारत की सामरिक सुरक्षा हेतु बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए पूर्वी हिमालय के दर्रे में यह एक अहम् दर्रा है Ι
बोमडिला दर्रा ( BOMDILA PASS )
- यह दर्रा भारत की सामरिक सुरक्षा के साथ साथ एक ऐतिहासिक दर्रा भी है क्योकि जब चीन द्वारा तिब्बत पर आक्रमण किया था तो 1959 में बुद्ध धर्म के धार्मिक लीडर 14TH दलाई लामा इसी दर्रे से भारत में आये थे
- यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत की राजधानी ल्हासा तक संपर्क स्थापित करता है
- बोमडिला दर्रा शीत ऋतू में बारी बर्फ़बारी होने के कारण काफी समय तक बंद रहता है
- इस दर्रे को व्यापार की दृस्टि से भी महत्वपूर्ण माना गया है इसलिए पूर्वी हिमालय के दर्रे में यह एक महत्वपूर्ण दर्रा है Ι
दिफू पास ( DIFU PASS )
- यह दर्रा त्रि- जन्कशन पर स्थित है अर्थात चीन, भारत और म्यांमार
- दिफू पास न सिर्फ चीन के साथ मैकमोहन रेखा का निर्धारण करता है बल्कि म्यांमार के साथ भी सीमा को बनता है
- यह दर्रा पूर्वी हिमालय के दर्रे में एक महत्वपूर्ण दर्रा है क्योकि इसके माध्यम से भारत के पूर्वी राज्यों का व्यापार के साथ साथ लोगों की आवाजाही भी सुगम होता है
- और यह दर्रा हमेशा खुला रहता है Ι
दिहांग पास ( DIHANG PASS )
- दिहांग पास भारत के अरुणाचल प्रदेश को म्यांमार के मांडले को जोड़ता है
- और एक दूसरे देशों के लोगों की आवाजाही के साथ साथ व्यापार के लिए भी सुगम रास्ते को प्रदान करता है Ι
सेला पास ( SELA PASS )
- यह पास अरुणाचल प्रदेश की आर्थिक प्रगति हेतु बहुत ही लाभदायक है क्योंकि इसके माध्यम से अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिला और पश्चिम कामेंग जिले में आसानी से जाया जा सकता है
- अच्छी आवाजाही हेतु यहां पर सेला टनल का भी निर्माण किया जा रहा है जिससे चीन के बॉर्डर पर लगती सीमा पर न सिर्फ सैनिकों की आसानी से तैनाती की जा सके और साथ ही बॉर्डर पर सैलानियों हेतु पहुंचना आसान हो सके जिससे राज्य की प्रगति हो सके और लोगों का माइग्रेशन न हो सके
- इसलिए पूर्वी हिमालय के दर्रे में सेला पास बहुत ही महत्वपूर्ण है Ι
पंगसाउ दर्रा / पैन सोंग दर्रा ( PNSAAU DARRA / PAN SHONG DARRA )
- यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश में स्थित पटकाई पहाड़ियों से म्यांमार हेतु रास्ते का निर्माण करता है
- यहां पर भारत और म्यांमार की जनजातियों द्वारा पंगसाउ उत्सव जो की शीतकालीन उत्सव है मनाया जाता है
- इसलिए यह दर्रा पूर्वी हिमालय के दर्रे में महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके माध्यम से लोग एक दूसरे के यहां आसानी से आ जा सकते है Ι
लेखापानी पास ( LEKHAPANI PASS )
- यह पास भी म्यांमार के शहर मांडले को अरुणाचल प्रदेश से जोड़ता है
- यह पास पुरे साल खुला रहता है जिससे न सिर्फ व्यापार हेतु साथ ही आवाजाही हेतु भी यह महत्वपूर्ण है Ι
हपुंगन दर्रा और कुमजांग दर्रा
- ये दर्रे भी भारत के पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश को म्यांमार देश के साथ जोड़ते है Ι
डोंग्खला दर्रा / डोन्किया दर्रा और गोइचा ला दर्रा ( DONGKHALA PASS/ DONKIYA PASS OR GOICHA LA PASS )
- ये दर्रे भी पूर्वी हिमालय के दर्रे है जो की भारत के सिक्किम राज्य को तिब्बत से जोड़ने का काम करते है Ι
योनंग्याप दर्रा ( YONNGYAP PASS )
- यह दर्रा भारत और चीन की सीमा का निर्धारण करता है अर्थात अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत के साथ जोड़ता है Ι
यांग्सान पास ( YANGSAAN PASS )
- यह दर्रा लगभग 4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- यह दर्रा भारत के पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश को म्यांमार के मांडले के साथ जोड़ता है Ι
तुजू दर्रा ( TUJU PASS )
- यह दर्रा भारत के मणिपुर में स्थित है
- और यह मणिपुर और म्यांमार को आवाजाही हेतु एक सरल और सुगम रास्ते को प्रदान करता है जहां से आसानी से लोगों के साथ व्यापार भी किया जाता है इसलिए पूर्वी हिमालय के दर्रे में यह एक अहम् भूमिका निभाता है Ι
हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे ( IMPORTANT PASSES OF HIMACHAL PARDESH )
जम्मू एंड कश्मीर के प्रमुख दर्रे ( IMPORTANT PASSES OF JAMMU AND KASMIR )