हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे न सिर्फ हिमाचल प्रदेश की आर्थिक गति के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि भारत की सामरिक सुरक्षा हेतु भी ये एक अहम् भमिका निभाते है क्योकि ये दर्रे न सिर्फ भारत के आंतरिक भागो से जुड़े हुए है बल्कि साथ ही ये चीन के साथ भी सीमा का निर्धारण करते है Ι
रोहतांग दर्रा ( ROHTANG PASS )
- यह दर्रा 3979 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- रोहतांग जो की एक जगह का नाम है जिसे पहले भृगु – तुंग के नाम से जाना जाता था
- यह दर्रा लाहौल और स्फीति घाटी को कुल्लू घाटी से जोड़ता है जो पीर पंजाल श्रृंखला के पूर्वी किनारे जो की हिमालय की एक महत्वपूर्ण श्रृंखला है पर स्थित है
- यह दर्रा न सिर्फ आवाजाही को आसान बनाता है बल्कि साथ ही यह सैलानियों हेतु महत्वपूर्ण एक पिकनिक डेस्टिनेशन का भी काम करता है
- यहां से हिमालय की खूबसूरत चोटियाँ जो की बर्फ से ढकी हुई होती है का एक शानदार नज़ारा देखने को मिलता है
- जिससे इस दर्रे की इम्पोर्टेंस और बढ़ जाती है इसलिए हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे में से यह एक महत्वपूर्ण दर्रा है
- इस दर्रे के उत्तर में मनाली शहर और दक्षिण में कुल्लू शहर स्थित है और
- और पूरा वर्ष यहां पर बर्फ देखने को मिल जाती है
- और रोहतांग दर्रा पास ही व्यास कुंड से ब्यास नदी का भी उदगम होता है जो हिमालय की एक प्रमुख नदी है Ι
शिपकी ला दर्रा ( SHIPKI LA PASS )
- यह दर्रा लगभग 6000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- यह दर्रा भारत और चीन के बीच सीमा का निर्धारण भी करता है
- शीत ऋतू में इस दर्रे को पार करना मुश्किल हो जाता है जिसका कारण ज्यादा बर्फ का पड़ना और यह लम्बे समय तक बनी रहती है
- शिपकी ला दर्रा हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे में महत्वपूर्ण है क्योकि इसके जरिये भारत और चीन के बीच व्यापार भी होता है और यह सुरक्षा की दृस्टि से भी एक अहम् भूमिका निभाता है Ι
बारालाचा ला दर्रा ( BARALACHA LA PASS )
- यह दर्रा हिमाचल प्रदेश में जास्कर शृंखला में स्थित है
- यह दर्रा 4843 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- यह दर्रा लद्दाख के लेह जिले को हिमाचल के लाहौल जिले से जोड़ता है
- साथ ही बारालाचा ला दर्रा हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे में से एक है क्योकि यह युनाम नदी को भागा नदी से विभाजित करता है
- शीत ऋतू में ज्यादा बर्फ़बारी होने के कारण इसको पार करना मुश्किल हो जाता है Ι
देबसा पास ( DEBSA PASS )
- यह दर्रा 5270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
- यह दर्रा महान हिमालय में कुल्लू और स्फीति के बीच स्थित है
- यह दर्रा आवाजाही हेतु छोटे छोटे आसान मार्ग प्रदान करने हेतु के लिए जाना जाता है
- इसलिए यह दर्रा हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे में से एक है जो की ग्रामीण लोगो हेतु यह लाभदायक है Ι
इंद्रहार दर्रा ( INDRHAR PASS )
- यह दर्रा धौलाधार पर्वत शृंखला में स्थित है जो की हिमालय की एक अहम् शृंखला है
- यह दर्रा हिमाचल में एक जगह से दूसरे जगह आवाजाही हेतु अहम् भूमिका निभाता है क्योकि चम्बा और काँगड़ा जिले इसी दर्रे क माध्यम से अलग होते है
- यह दर्रा हिमाचल की आर्थिक दृस्टि के साथ साथ भूगौलिक दृस्टि से भी महत्वपूर्ण है इसलिए इस दर्रे को हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे माना गया है Ι
जालोरी दर्रा ( JALORI PASS )
- यह दर्रा कुल्लू और शिमला जिलों के बीच स्थित है
- यह दर्रा सैलानियों के लिए अहम् रास्ते का निर्माण करता है जो की न सिर्फ हिमाचल की आर्थिक प्रगति में एक महत्वपूर्ण भूमिका को निभाता है
- यह दर्रा सतलुज घाटी को तीर्थन घाटी से भी जोड़ने का काम करता है जिससे इसे हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे में से महत्वपूर्ण बनाता है Ι
लमखागा दर्रा ( LMKHAGA PASS )
- यह दर्रा किन्नौर जिले को उत्तराखंड के हर्षिल जिले से मिलाता है
- यह दर्रा भारत की सामरिक सुरक्षा हेतु भी महत्वपूर्ण है क्योकि यह भारत और तिब्बत की सीमा के पास स्थित है Ι
चांशल दर्रा ( CHANSL PASS )
- यह दर्रा चांशल चोटी जो की शिमला की सबसे ऊँची चोटी है पर स्थित है और इसे चांशल घाटी के नाम से भी जाना जाता है
- यह दर्रा शीत ऋतू में बारी बर्फ़बारी के कारण सिर्फ कुछ ही महीनो तक ही खुला रहता है Ι
कुंजुम दर्रा ( KUNJUM PASS )
- यह दर्रा कुंजुम श्रृंखला में स्थित एक महत्वपूर्ण दर्रा है
- यह दर्रा लाहौल घाटी और स्फीति घाटी को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
- शीत ऋतू में भारी बर्फ के पड़ने से यह सिर्फ कुछ ही महीने खुला रहता है इसलिए यह हिमाचल प्रदेश के प्रमुख दर्रे में से एक है Ι
उत्तराखंड के प्रमुख दर्रे ( IMPORTANT PASSES OF UTRAKHAND )
जम्मू एंड कश्मीर के प्रमुख दर्रे ( IMPORTANT PASSES OF JAMMU AND KASMIR )
लद्दाख के प्रमुख दर्रे ( IMPORTANT PASSES OF LADAKH )